RPSC 2nd Grade GK Syllabus in Hindi PDF 2024 इस पोस्ट में 2nd GRADE TEACHER ( वरिष्ठ अध्यापक ) के लिए 1 st Paper का syllabus in Hindi PDF के रूप में उपलब्ध करवाया जा रहा है , वरिष्ठ अध्यापक की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए हिन्दी मे ये पाठ्यक्रम उपयोगी सिद्ध होगा। राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित वरिष्ठ अध्यापक प्रतियोगिता परीक्षा (RPSC 2ND GRADE TEACHER) का आयोजन दो प्रश्न पत्र के माध्यम से किया जाएगा। जिसमे प्रथम प्रश्न पत्र में 100 प्रश्न 200 अंको का होगा , जिसमे शिक्षा मनोविज्ञान व समसामयिकी साथ मे होगा। द्वितीय पेपर विषयवार होगा , जिसमे 150 प्रश्न 300 अंको का होगा। प्रत्येक प्रश्न दो नम्बर के साथ अनुत्तरित प्रश्न के साथ होगा।
RPSC SECOND GRADE TEACHER EXAM PATTERN
S. NO. | SUBJECT | No of Question | Total Marks |
1. | राजस्थान का भौगोलिक , ऐतिहासिक , सांस्कृतिक और सामान्य ज्ञान | 40 | 80 Marks |
2. | राजस्थान के संदर्भ में समसामयिकी | 10 | 20 Marks |
3. | विश्व और भारत का सामान्य ज्ञान | 30 | 60 Marks |
4. | शैक्षिक मनोविज्ञान | 20 | 40 Marks |
TOTAL | 100 | 200 Marks | |
1. | सभी प्रश्नों के अंक समान है | नेगेटिव मार्किग एक तिहाई होगी | ||
2. | वरिष्ठ अध्यापक पद के लिए प्रतियोगी परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र 200 अंक का सामान्य ज्ञान का होगा | ||
3. | प्रश्न पत्र की अवधि दो घंटे की होगी | |
RPSC SECOND GRADE TEACHER 1ST PAPER SYLLABUS IN HINDI PDF
राजस्थान का भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामान्य ज्ञान : –
राजस्थान की प्राचीन संस्कृति और सभ्यता –
8वीं से 18वीं शताब्दी तक राजस्थान का इतिहास
राजस्थान और मुगल –
राजस्थान में स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास।
समाज और धर्म
राजस्थान की राजनीतिक व प्रशासनिक व्यवस्था
(ii) राजस्थान के करेंट अफेयर्स:
राज्य स्तर पर सामाजिक-आर्थिक, राजनीतिक, खेल और खेल के पहलुओं से संबंधित प्रमुख समसामयिक मुद्दे और घटनाएं।
(iii) विश्व और भारत का सामान्य ज्ञान –
- महाद्वीप, महासागर और उनकी विशेषताएं,
- वैश्विक पवन प्रणाली,
- पर्यावरणीय समस्याएं,
- वैश्विक रणनीतियां, वैश्वीकरण और इसके प्रभाव,
- जनसंख्या प्रवृत्ति और वितरण,
भारत
भारतीय अर्थव्ययस्था
भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था और विदेश नीति :-
(iv) शैक्षिक मनोविज्ञान –
1 शैक्षिक मनोविज्ञान – कक्षा की स्थितियों में शिक्षक के लिए इसका अर्थ, कार्यक्षेत्र और निहितार्थ। विभिन्न मनोवैज्ञानिक और शिक्षा में उनका योगदान।
2. सीखना – इसका अर्थ और प्रकार, सीखने के विभिन्न सिद्धांत और शिक्षक के लिए निहितार्थ, सीखने का हस्तांतरण, सीखने को प्रभावित करने वाले कारक, रचनावादी सीखने।
3. शिक्षार्थी का विकास – शारीरिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास, एक व्यक्ति के रूप में बच्चे का विकास- अवधारणा विकास।
4 व्यक्तित्व – अर्थ, सिद्धांत और मूल्यांकन, समायोजन और इसकी क्रियाविधि, कुसमायोजन।
5.बुद्धि और रचनात्मकता – अर्थ, सिद्धांत और माप, सीखने में भूमिका, भावनात्मक बुद्धिमत्ता – अवधारणा और अभ्यास, मानव अनुभूति।
6. प्रेरणा – सीखने की प्रक्रिया में अर्थ और भूमिका, उपलब्धि प्रेरणा।
7 व्यक्तिगत अंतर – अर्थ और स्रोत, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की शिक्षा प्रतिभाशाली और प्रतिभाशाली छात्र, धीमी गति से सीखने वाले, अपराध।
8 विकास और शिक्षा में निहितार्थ – आत्म अवधारणा, दृष्टिकोण, रुचि, आदतें, योग्यता और सामाजिक कौशल।
इन्हे भी देखे : – समान पात्रता परीक्षा ( CET) 12th लेवल का पाठ्यक्रम
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